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कृष्णानंद राय सहित 6 की मुख़्तार ने की थी हत्या 

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रिपोर्ट :- ममलेश मिश्रा ( एडिटर बीएमएफ न्यूज़ नेटवर्क)

कृष्णानंद रॉय सहित 6 की मुख़्तार ने की थी हत्या 

बाँदा। जेल में निरुद्ध माफिया मुख़्तार अंसारी की मौत से जहाँ अपराधियों, उनके समर्थकों तथा परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई वहीं एक परिवार ऐसा भी था जिसने मुख़्तार की मौत पर न केवल होली मनाई बल्कि काशी जाकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन भी किये।

जी हाँ हम बात कर रहे हैं पूर्व विधायक हुए मुख़्तार के विरोधी कृष्णानंद राय की अपनी माफियागिरी में रूकावट और बढ़ रहे प्रभाव में बाधक बन रहे कृष्णानंद राय की उनके 6 साथियों सहित मुख़्तार ने वर्ष 2005 में अपने गुर्गो द्वारा गोलियों से छलनी करा दिया था जिसमें 400 राउंड गोलियां चलाई गईं थीं जिसमें उनके निर्मम हत्या की गई थी बाद उनकी शिखा को भी काट ली गई थी।

आपको बता दें कृष्णानंद राय वह पहले व्यक्ति जिन्होंने मुख्तार के वर्चस्व पर विराम लगाया और 32 साल बाद कोई अन्य मोहम्मदाबाद से विधायक बना खास वात तो ये है की अपनी हत्या के समय श्री राय भाजपा के विधायक भी थे ।

एक वर्ष बाद इस हत्याकांड का प्रमुख गवाह शशिकांत राय की भी संदिग्ध स्थितियों में मौत हो गई थी जिसने हत्याकांड का आरोप मुख़्तार और मुन्ना बजरंगी पर लगाया था। हालांकि प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद हुई कार्रवाई के बाद मुख़्तार को इस मामले में 10 वर्ष की सजा सुनाई गई।

ये तत्कालीन DSP शैलेन्द्र सिंह हैं।
इन्होंने ही गैंगस्टर और माफिया मुख्तार अंसारी के घर से LMG पकड़ी थी इन्होंने माफिया मुख्तार पर POTA लगाया था।

मुख्तार ने उसी LMG का प्रयोग कर भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की थी।

सोर्स के मुताबिक तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने DSP शैलेन्द्र सिंह को फंसाकर गिरफ्तार करवा दिया था और यह सब किसी बड़े के इसारो पर ही सम्भव था।

आपको बता दे कि मुख्तार के ऊपर बहुत सारे मुकदमे जो की हत्या की है चल रहे थे जो आज अंत हुआ न जाने यह कितने परिवारों को बेसहारा बनाया और इसी की वजह से डीएसपी DSP शैलेन्द्र सिंह ने अपने नौकरी को भी छोड़ा।

जेल में निरुद्ध मुख़्तार की बीती रात हार्ट अटैक से हुई मौत के बाद कृष्णानंद राय के परिवार ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा की आज हमारे लिए होली है, श्री राय की पत्नी अलका राय ने कहा कि हम न्याय के लिए भगवान से प्रार्थना करते थे जो हमें आज मिल गया, श्री राय की हत्या के बाद हमने होली नहीं मनाई, आज हम होली मनाएंगे।

ज्ञात हो की मुख़्तार की मौत के दूसरे दिन श्री राय के परिवार ने एक साथ काशी पहुंचकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया जिसमें उनके परिवार में परिवार सहित उनके बेटे पीयूष राय भी मौजूद थे।

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