सीता-राम विवाह कथा सुन भाव-विभोर हुए लोग राम सीता की झांकी रहा आकर्षक का केंद्र
रिपोर्ट सत्यदेव पांडे बीएमएफ ब्यूरो चीफ सोनभद्र
चोपन। आदर्श नगर पंचायत चोपन के प्रितनगर में स्थित श्री रामेश्वर महादेव मंदिर पर चल रहे सप्तदिवसिय संगीतमय श्री राम कथा के छठे दिन श्री रामचरित मानस की कथा में राम-सीता विवाह प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए। कथावाचक श्री दिलीप कृष्ण भारद्वाज जी महाराज ने श्रीराम-सीता के विवाह की कथा सुनाते हुए कहा कि राजा जनक के दरबार में भगवान शिव का धनुष रखा हुआ था। एक दिन सीता ने घर की सफाई करते हुए उसे उठाकर दूसरी जगह रख दिया। उसे देख राजा जनक को आश्चर्य हुआ, क्योंकि धनुष किसी से उठता नहीं था। राजा ने प्रतिज्ञा ली कि जो इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा, उसी से सीता का विवाह होगा। उन्होंने स्वयंवर की तिथि निर्धारित कर सभी राजा- महाराजा को विवाह के लिए निमंत्रण भेजा। वहां आए सभी राजाओं ने एक-एक कर धनुष को उठाने की कोशिश की, लेकिन किसी को भी इसमें सफलता नहीं मिली। गुरु की आज्ञा से श्री राम धनुष उठा प्रत्यंचा चढ़ाने लगे तो वह टूट गया। इसके बाद धूमधाम से सीता व राम का विवाह हुआ। माता सीता ने जैसे प्रभुराम को वर माला डाली वैसे ही देवतागण उन पर फूलों की वर्षा करने लगे। इस क्रम में महाराज दिलीप कृष्ण भारद्वाज ने क्षे्त्रीय संगीत की धुन पर भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को झूमने को विवश कर दिया। कथा की समाप्ति के बाद मुख्य यजमान बबलू सोनी सप्तनिक द्वारा आरती की गई कार्यक्रम का संचालन मनोज चौबे ने किया। इस मौके पर श्रवण कुमार, विद्याशंकर पाण्डेय,राजेश रुपानी,कमल किशोर सिंह, सुनील सिंह,गणेश तिवारी, धर्मेंद्र जायसवाल, धुरंधर शर्मा,रुबी गुप्ता, मंडल मंत्री संध्या पाण्डेय, बंटीं सिंह, ओमप्रकाश, अरविंद उपाध्याय, दिलीप चौबे,चंदू केजरीवाल, अरविंद तिवारी, उमेश ओझा दीनदयाल सिंह, अनिल यादव, जयशंकर पाण्डेय,अमर शर्मा,अजय यादव,मिंटू तिवारी, संजय केशरी, राहुल सिंह,अमित सिंह बढ़कू,विकास सिंह छोटकू आदि मौजूद रहे|