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पेपर लीक केस का ‘सीक्रेट’ हुआ ओपन, सरगना के पास थी ‘हैंडलर्स’ की टीम, टाइमिंग और टारगेट रहता था फिक्स

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विष्णु शर्मा.

जयपुर. राजस्थान में पेपर लीक करने वाले नकल गैंग के सरगना और उनके कई दूसरे शातिर साथी इस वक्त एसओजी के राडार पर हैं. एसओजी की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम गैंग इन सरगनाओं से पूछताछ कर राज उगलवाने में जुटी है. सूत्रों की मानें तो पेपर लीक एवं नकल गैंग के लिए बने संगठित गिरोह का सरगना जगदीश बिश्नोई बेहद चालाक है. उसने पेपर लीक के लिए अपने गिरोह में कुछ गुर्गे रखे हुए थे. उनको ‘हैंडलर्स’ कहा जाता है.

एसओजी की पड़ताल में सामने आया कि पेपर नकल माफिया गैंग के सरगना जगदीश बिश्नोई ने साइट हैंडलर्स का एक मास्टर ग्रुप व्हाट्सएप पर बना रखा था. इस ग्रुप में जगदीश बिश्नोई ने प्रदेश के सभी जिलों में अपनी गैंग से जुड़े हैंडलर्स को जोड़ रखा था. परीक्षा केंद्र से पेपर हासिल होने के बाद जगदीश बिश्नोई उस पेपर को अपने साइट हैंडलर्स के ग्रुप में डालता था. जयपुर में हसनपुरा के रवींद्र बाल भारती सीनियर सैकेंडरी स्कूल में परीक्षा केंद्र से भी एसआई भर्ती का पेपर हासिल करने के बाद जगदीश बिश्नोई ने इस पेपर के सभी पेज एक साथ अपने साइट हैंडलर्स के ग्रुप पर भेज दिए.

एसओजी की पड़ताल में सामने आया कि सरगना जगदीश बिश्नोई के मास्टर ग्रुप में पेपर आने के बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों में बैठे उसके साइट हैंडलर्स ने उन अभ्यर्थियों को परीक्षा से करीब 2 घंटे पहले पेपर सॉल्व करवाया. इसके लिए प्रति अभ्यर्थी करीब 15 से 20 लाख रुपये वसूले गए. एसआई भर्ती परीक्षा में 14 और 15 सितंबर को पेपर मिलने के बाद प्रदेश में कई अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्व करवाया गया. एसओजी ने अभी 40 नाम आईडेंटिफाई किए हैं. इनमें 14 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर्स सहित 17 आरोपियों को एसओजी की एसआईटी गिरफ्तार कर चुकी है.

हैंडलर्स ही अभ्यर्थी को छोड़ते थे परीक्षा केंद्र तक
एटीएस-एसओजी के एडीजी वीके सिंह के मुताबिक जगदीश बिश्नोई के साइट हैंडलर्स गैंग से मिलीभगत कर पेपर हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को अपनी गाड़ियों से एग्जाम सेंटर तक छोड़ने जाते थे. ये काम पेपर सॉल्व करवाने के बाद होता था. वहीं पहली पारी का पेपर पूरा होने के बाद गैंग सरगना जगदीश बिश्नोई के साइट हैंडलर्स ही इन अभ्यर्थियों को दूसरी पारी का पेपर पढ़वाते थे. इसके लिए जगह पहले ही तय होती थी. पेपर सॉल्व करवाने के बाद साइट हैंडलर्स अभ्यर्थियों को अपनी गाड़ियों को एग्जाम सेंटर तक छोड़ते थे. इसके पीछे वजह होती थी कि पेपर सॉल्व करने के बाद अभ्यर्थी पेपर लीक होने की बात और अभ्यर्थियों से लीक ना कर दें.

पुलिस को गुमराह कर रहे हैं गिरोह के लोग
एसओजी की पड़ताल में अब तक जगदीश बिश्नोई गैंग के मुख्य हैंडलर्स में अशोक सिंह नाथावत, हर्षवर्धन, राजेंद्र यादव उर्फ राजू, रिंक शर्मा, स्वरुप मीणा और कई अन्य नाम सामने आए हैं. लेकिन बताया जा रहा है कि गैंग के सरगना और अन्य सदस्य इतने शातिर हैं कि गहनता से पूछताछ के बाद भी पुलिस को गुमराह कर रहे हैं. पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं. ऐसे में इस गैंग के एक एक सदस्य तक पहुंचने में एसओजी को काफी जोर लगाना होगा. ताकि आने वाले दिनों में इस पेपर लीक नकल गैंग के सभी साइट हैंडलर्स तक एसओजी पहुंच सके और कई नए खुलासे हो सके.

Tags: Jaipur news, Paper Leak, Rajasthan news

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