रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा
- लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से जनता से नहीं रूबरू हुए नरेश उत्तम पटेल…!
- ठगा महसूस कर रही 49 लोकसभा क्षेत्र की जनता..! विकास कार्य हुए प्रभावित, मौज काट रहे नेताजी..!
- फतेहपुर के लोकप्रिय सांसदों में हरिकृष्ण शास्त्री, विश्वनाथ प्रताप सिंह, राकेश सचान व साध्वी निरंजन ज्योति की जाती हैं शुमार..!
- लेखक : विकास त्रिवेदी “राहुल”
राजनीतिक विश्लेषक/ वरिष्ठ पत्रकार
यूपी का फतेहपुर जिला वैसे तो अपने गौरवशाली इतिहास के लिए हमेशा से जाना जाता है, किन्तु इस जनपद का यह दुर्भाग्य है कि देश को प्रधानमंत्री देने वाला अवध क्षेत्र का यह जिला हमेशा से पिछड़े क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। इस जनपद का दुर्भाग्य कहें या मतदाताओं की गलत सोच..! जब-जब किसी सांसद ने जनपद के विकास को लेकर खाका तैयार किया तो वह ज्यादा दिन तक सांसदी का सुख नहीं भोग पाया और उसे यहां से हार का सामना करना पड़ा..! वैसे तो वर्ष 2024 में 18वीं लोकसभा का चुनाव संपन्न हुआ और यहां से लगातार दो बार भाजपा की सांसद रहीं साध्वी निरंजन ज्योति को इस बार समाजवादी पार्टी के नरेश उत्तम पटेल ने सीधी टक्कर देते हुए पराजित कर दिया। सत्ता पक्ष के प्रति जनता का रोष आखिरकार देखने को मिला, जिसका खामियाजा सीधे-सीधे फतेहपुर की जनता के बीच लोकप्रिय सांसद की छवि बनाने वाली साध्वी निरंजन ज्योति को भुगतना पड़ा..! अगर इसके पहले के इतिहास पर नज़र डाले तो फतेहपुर के लोकप्रिय सांसदों में तत्कालीन कृषि मंत्री एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र हरि कृष्ण शास्त्री का नाम सबसे ऊपर आता है, जिनके समय में फतेहपुर जिले के विकास को लेकर कई काम आज भी याद किए जाते हैं..! इसके बाद वर्ष 1989 में बोफोर्स घोटाले को लेकर राजीव गांधी की सरकार गिरने के बाद जनता दल का गठन मांडा के राजा विश्वनाथ प्रताप सिंह ने किया और फतेहपुर से स्वयं सांसद का चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विराजमान हुए..! बीपी सिंह के द्वारा फतेहपुर जिले के विकास को लेकर लंबा चौड़ा खाका तैयार किया गया था, किंतु मंडल कमीशन लागू करने की घोषणा के साथ ही मात्र 11 महीने में विश्वनाथ प्रताप सिंह के नेतृत्व में चल रही जनता दल की सरकार गिर गई जिसके चलते फतेहपुर जिले का विकास एक बार फिर अधर में लटक गया। लोकप्रिय सांसद की सूची में सबसे ज्यादा जनता के बीच समय देने वाले एवं जनता दरबार लगाकर फरियादियों से सीधे रूबरू होकर समस्याओं के निस्तारण के लिए अपनी एक अलग पहचान कायम करने वाले राकेश सचान को आज भी जिले की जनता याद करती है और श्री सचान का जुड़ाव आज भी जनता के बीच बना हुआ है। ज्ञात रहे की श्री सचान इस समय योगी सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर है और फतेहपुर की समस्याओं को लेकर उनका संघर्ष यथावत जारी है…! लोकप्रिय सांसदों में एक नाम डॉक्टर अशोक पटेल का भी शुमार किया जाता है जो जनता के बीच रहकर अपना पूरा कार्यकाल व्यतीत किया था..! वर्ष 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा के नरेश उत्तम पटेल ने जीत हासिल की, किंतु चुनाव जीतने के बाद से श्री पटेल आज तक जनता के बीच रूबरू नहीं हुए..! जिसकी वजह से फतेहपुर की जनता अब मजाक-मजाक में कहने लगी है..साहब..! हमार रपट लिख लेव, खोजे नहीं मिल रहे फतेहपुर के सांसद जी…!