रिपोर्ट : दिलीप सिंह राणा (संपादक)
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी। राजेश भारतीय बोले की कई वर्षों से जमे बाढ़ खंड के अधीक्षण अभियंता, उच्च अधिकारियों व शासन को कर रहे हैं गुमराह,उन्होंने यह भी कहा कि यदि पुणे की टीम द्वारा केवल शारदा नदी का ही सर्वे किया जाता है और उसमें नेपाल से आने वाली नदियों का मिलने वाला पानी काउंट नहीं किया जाता है तो सर्वे का रह जाएगा कोई औचित्य,
राजेश भारतीय ने बताया कि सुहेली साइफन से अक्टूबर माह तक जल प्रवाह शुरू कराने के लिए अधीक्षण अभियंता ने दिया था आश्वासन, नवंबर माह बीतने को है पर अभी भी अभी नहीं हुआ कोई कार्य,बाढ़ खंड पर केवल खाओ कमाओ नीति के चलते करोड़ों अरबों रुपए की परियोजनाएं बनाने का आरोप, जिनसे नहीं मिल रहा क्षेत्र को कोई लाभ।