रिपोर्ट – मीरा कौशिक
नई दिल्ली– सनातन बोर्ड के गठन क्यों मांग को लेकर एक अभियान चलाया जा रहा है इसी कड़ी में16 नवंबर को परम पूज्य कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर जी के नेतृत्व में कुछ साधु संतों के द्वारा दिल्ली में सनातन बोर्ड के गठन के लिए आवाज उठाने के लिए हिंदू समाज का आवाहन किया गया है। साधु संत बधाई के पात्र हैं। हम इनका सम्मान करते हैं कि कम से कम कुछ कथा वाचक- साधु संत अपने सनातन धर्म को बचाने के रास्ते पर तो चले हैं। इस जागरूकता के लिए तो ये धर्माचार्य बधाई के पात्र हैं- इनको साधु बाद।
दिल्ली प्रदेश कोऑर्डिनेटर
हिंदू युवा वाहिनी अशोक मित्तल ने कहा कि जहां तक तो बात ठीक है, लेकिन जाने अनजाने में कहीं हमारे ये साधु संत कुछ गलती तो नहीं करने जा रहे। हमें तो वक्फ बोर्ड को खत्म करवाना था! हमें उसकी टक्कर में सनातन बोर्ड बनाने की जरूरत क्यों पड़ गई ? यह देश हमारा है- धर्म हमारा है- हिंदू राष्ट्र है- मंदिर हमारे हैं- पैसा हमारा है- सब कुछ हमारा है तो हम एक बोर्ड की सीमा में क्यों बंधने जा रहे हैं।
1947 में देश के बंटवारे के अनुसार मुसलमानों का इस देश में कोई राइट ही नहीं है। वह यहां सिर्फ शरणार्थी हैं।