रिपोर्ट: राम आसरे
- नाटकों के माध्यम से स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और जनसहभागिता का दिया गया संदेश
- श्रद्धालुओं को स्वच्छता, प्लास्टिक मुक्त वातावरण, जल संरक्षण, हरित पहल और सफाई मित्रों के सम्मान जैसे विषयों पर किया जागरूक
प्रयागराज। महाकुम्भ नगर, महाकुम्भ 2025 को दिव्यता और भव्यता के साथ स्वच्छता के महाकुम्भ के रूप में स्थापित करने के लिए नगर निगम प्रयागराज ने एक विशेष अभियान चलाया। श्रद्धालुओं को स्वच्छता, प्लास्टिक मुक्त वातावरण, जल संरक्षण, हरित पहल और सफाई मित्रों के सम्मान जैसे विषयों पर जागरूक करने के लिए 250 से अधिक नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया गया।
इन नुक्कड़ नाटकों का मंचन 01 जनवरी 2025 से शुरू हुआ और यह 05 मार्च तक जारी रहेगा। सहायक नगर आयुक्त दीपशिखा पांडे के अनुसार, इन नाटकों के जरिए श्रद्धालुओं को नगर निगम की सुविधाओं, जैसे शौचालय, रैन बसेरे, पानी की व्यवस्था आदि की जानकारी दी गई। कलाकारों ने अपने विशेष अंदाज में लोगों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित किया।
स्वच्छता प्रबंधन – AI कंट्रोल रूम, 5000+ डस्टबिन, सफाईकर्मियों की भूमिका, 2.5 लाख पोस्टकार्ड द्वारा जन जागरूकता।
पर्यावरण संरक्षण – प्लास्टिक हटाने के लिए थैला बैंक, बॉटल क्रश मशीन, पौधारोपण, जैविक अपशिष्ट प्रबंधन।
जल और घाट स्वच्छता अभियान – जल ATM, रिवर स्कीमर मशीन, घाटों पर कचरा प्रबंधन।
रचनात्मक पहल – दीवारों पर पेंटिंग, लाइटिंग, भित्तिचित्र, “कबाड़ से जुगाड़” पहल।
स्वच्छता चौपाल – स्थानीय समुदायों के साथ संवाद कर स्वच्छता के मुद्दों पर चर्चा।
“पी.के. की स्वच्छता पाठशाला” – मनोरंजक और शिक्षाप्रद तरीके से स्वच्छता का संदेश।
डोर-टू-डोर संपर्क अभियान – नागरिकों को सीधे जोड़कर फीडबैक देने के लिए प्रेरित करना।
नुक्कड़ नाटकों के मंचन के लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, लखनऊ से पंजीकृत प्रयागराज की प्रतिष्ठित नाट्य संस्था, नुक्कड़ नाट्य अभिनय संस्थान को चयनित किया गया। यह वही टीम है जिसने अमरनाथ यात्रा के दौरान कश्मीर के लाल चौक पर स्वच्छता का तिरंगा फहराने का गौरव प्राप्त किया।
नाटकों का निर्देशन कृष्ण कुमार मौर्य द्वारा किया गया, जिसमें कलाकारों ने अपनी सशक्त प्रस्तुति के माध्यम से श्रद्धालुओं और नागरिकों को स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।
राम आसरे