रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा
- गजट में कब विज्ञप्ति छापकर कर दिया मंडी क्षेत्र का विस्तार
- बाहरी खरीददारों के लिए थोक आढ़तियों ने स्वयं स्थापित कर ली है निजी मंडी
- साईं बाबा धर्म कांटे के पास भी चल रही है बड़े पैमाने पर धान की खरीद
एटा। कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर स्थानीय थोक आढ़ती अपनी निजी गल्ला मंडी चला रहे हैं और सरकारी मंडी समिति के सचिव मौन धारण किए हुए हैं।
उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मंडी अधिनियम के अनुसार जब किसी क्षेत्र को मंडी क्षेत्र घोषित किया जाता है तो गजट में विज्ञप्ति का प्रकाशन किया जाता है लेकिन सरकारी मंडी क्षेत्र के लिए कब विज्ञप्ति छापकर विस्तार कर दिया गया किसी को कानों-कान खबर नहीं हुई और मंडी परिसर से 500 मीटर दूर स्थानीय थोक आढ़तियों ने अपनी निजी गल्ला मंडी स्थापित कर ली। इस निजी गल्ला मंडी के स्थापित होने से मंडी परिसर के बाहर ही खाद्यान्न खरीदा और बाहर के बाहर ही 25-30 टन माल ले जाने वाले वाहनों को भरकर जनपद से बाहर भेज दिया जाता है। जब खरीद से लेकर माल भराई सब काम मंडी परिसर से बाहर हो रहा है तो मंडी समिति का गेटपास बनवाना या न बनवाना बाहरी खरीददार और उसके लिए कमीशन पर खरीद कर रहे स्थानीय थोक आढ़ती की मर्जी पर निर्भर करता है वहां न तो मंडी समिति की बाउंड्री है और न मंडी इंस्पेक्टर जो गेटपास बनवाने को बाध्य कर सके। साईं बाबा धर्म कांटे के चल रही धान खरीद मंडी से एक दिन में बीस पच्चीस गाड़ी धान बाहर भेजा जा रहा है।
चर्चा तो यह है कि एक गेटपास पर तीन तीन गाड़ियां निकाल कर मंडी टैक्स की बड़ी चोरी को अंजाम दिया जा रहा है।