रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा
धमतरी (छत्तीसगढ़)। आम जनता के मुद्दों पर जन आंदोलन संगठित करने के आह्वान के साथ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का 8वां धमतरी जिला सम्मेलन आज यहां संपन्न हुआ। सम्मेलन में पार्टी के पिछले तीन वर्षों के कामकाज की समीक्षा की गई तथा जिला समिति का चुनाव किया गया समीर कुरैशी पुनः जिला सचिव तथा मनीराम देवांगन, रेमन यादव और सरला शर्मा जिला समिति सदस्य निर्वाचित किए गए। इसके साथ ही राज्य सम्मेलन के लिए तीन प्रतिनिधियों का चुनाव किया।
माकपा द्वारा आज यहां जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि सम्मेलन की शुरूआत माकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी और अन्य दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। सम्मेलन में राज्य सचिवमंडल सदस्य वकील भारती और संजय पराते प्रेक्षक के रूप में उपस्थित थे। सम्मेलन का उद्घाटन वकील भारती ने किया, जिन्होंने देश और छत्तीसगढ़ की राजनीति के मुद्दों पर पार्टी के रूख को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती मोदी सरकार की कॉर्पोरेटपरस्त और विभाजनकारी सांप्रदायिक नीतियां हैं, जो देश की हर समस्या की जड़ है। इसके खिलाफ माकपा ने जन आंदोलन संगठित किया है और इंडिया समूह को एक सशक्त विपक्ष के रूप में संगठित करने में सफलता पाई है।
राज्य सचिव समीर कुरैशी ने रिपोर्ट पेश की, जिसे बहस के बाद सम्मेलन ने पारित कर दिया। सम्मेलन में खेती किसानी के मुद्दों पर, मनरेगा, बिजली के निजीकरण और स्मार्ट मीटर के खिलाफ ग्रामीणों को संगठित करने, झुग्गी झोपड़ियों की समस्याओं पर गरीबों का आंदोलन खड़ा करने, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को रोजगार और मजदूरी के सवाल पर संगठित करने का फैसला लिया गया।
अपने समापन भाषण में संजय पराते ने पार्टी और जनसंगठनों को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जन आंदोलन और संगठन निर्माण का काम एक साथ चलने वाली सतत प्रक्रिया है, इसलिए जिन मुद्दों को चिन्हित किया गया है, उन पर गंभीरता से आंदोलन/अभियान चलाना होगा।