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राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया,

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रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा 

एटा। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली तथा उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ से निर्देशों के अनुपालन में माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय श्री दिनेश चन्द की अध्यक्षता में आज दिनांक 13.07.2024 को दीवानी न्यायालय एटा, ग्राम न्यायालय अलीगंज व कलेक्ट्र्ट तथा समस्त तहसील न्यायालयों के परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसका शुभारम्भ प्रातः 10:30 बजे माननीय जनपद न्यायाधीश एटा, उप जिलाधिकारी एटा, अपर पुलिस अधीक्षक एटा महोदय द्वारा सरस्वती प्रतिमा का माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर श्री दिनेश चन्द, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एटा, श्रीमती अनीता राज, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय एटा, श्री अहमद उल्लाह खान, पीठासीन अधिकारी, एम०ए०सी०टी०, श्री दिनेश कुमार शर्मा-III, अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत, श्री आयुष चौधरी, उपजिलाधिकारी एटा तथा श्रीमती प्रीती श्रीवास्तव, श्री वीर भद्र, श्री अली रज़ा, श्री विकास गुप्ता, श्री शशी भूषण कुमार शाण्डिल, श्री उत्कर्ष यादव, श्री निशान्त शैवा, श्रीमती सारिका गोयल, श्री कमालुद्दीन, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एटा, श्री शीलवंत एवं सुधा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एटा तथा श्रीमती कामायनी दुबे, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एटा, श्री अनिल कुमार-VI, श्री मंगल देव सिंह, श्री युगल चन्द्र चौधरी, श्रीमती सुरेखा, श्रीमती चारू सिंह, श्रीमती अंचल राना अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्री रजत शाहू, श्री अमित मणि त्रिपाठी, श्री आशुतोष खरवार, सिविल जज एटा, अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट एटा, श्री अभिषेक कुमार-II, अपर सिविल जज (जू०डि०)/किशोर न्याय बोर्ड एटा, श्री योगेश उपाध्याय, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट एटा आदि न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण व सुरक्षाकर्मी आदि उपस्थित रहे।
उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 60444 वाद सूचीबद्ध थे, जिसमें से कुल 47130 वादों का निस्तारण किया गया जो इस जनपद की अब तक की राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित किये गये वादों की अधिकतम संख्या है और इस जनपद के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय द्वारा कुल-27 परिवारिक मामलों का सुलह-समझौता के आधार पर निस्तारण किया गया। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना प्रतिकर अधिकरण द्वारा कुल 130 वादों का निस्तारण किया गया व मु०-48672381/- रूपये की क्षतिपूर्ति दिलवायी गयी। विशेष न्यायाधीश ई०सी० एक्ट द्वारा कुल 279 वादों का निस्तारण किया गया, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 3150 मामलों का निस्तारण किया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कक्ष संख्या-17 द्वारा कुल 454, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कक्ष संख्या-18 द्वारा कुल 513 मामलों का निस्तारण किया गया। सिविल जज (सी०डि०), जलेसर द्वारा कुल 495 मामलों का निस्तारण किया गया, न्यायिक मजिस्ट्रेट, एटा द्वारा कुल 601 मामलों का निस्तारण किया गया। अपर सिविल जज (जू०डि०), कक्ष संख्या-22 द्वारा कुल 253 मामलों का निस्तारण, न्यायाधिकारी, ग्रामीण न्यायालय, अलीगंज, एटा द्वारा कुल 609 मामलों का निस्तारण व सिविल जज (जू०डि०), जलेसर द्वारा कुल 216 मामलों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त समस्त राजस्व एवं चकबन्दी न्यायालयों द्वारा कुल 39538 लम्बित / प्री-लिटीगेशन वादों का निस्तारण किया गया और सभी बैंकों के द्वारा कुल 418 ऋण वसूली वादों से सम्बन्धित मामलों का निस्तारण किया गया और कुल मुवल्लिग- 60704000/- रूपये बैंकों द्वारा आज वसूल किये गये।

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