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आपरेशन जागृति 2.O के तहत जनपदीय पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में चलाया गया ऑपरेशन जागृति अभियान,

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रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा 

  • “साइबर सुरक्षित रहें, दूसरों को भी सुरक्षित बनाएं !”
  • “सुरक्षा की ओर एक कदम। “
  • आपरेशन जागृति 2.O के तहत जनपदीय पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में चलाया गया ऑपरेशन जागृति अभियान
  • गोष्ठी आयोजित कर आमजन को किया गया जागरूक।

अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा महोदया श्रीमती अनुपम कुलश्रेष्ठ के निर्देशन में महिलाओं एवं बालिकाओं के जागरूकता व स्वावलंबन एवं उनके प्रति होने वाले अपराधों में कमी लाने हेतु चलाए जा रहे “ऑपरेशन जागृति 2.0” अभियान के तहत आज दिनांक 03.07.2024 को *थाना कोतवाली नगर के चन्द्रकान्ता उ0मा0 नगला पोता एटा व रोहन लाल चतुर्वेदी इ0 कालेज एटा, थाना कोतवाली देहात के सेण्टपाल स्कूल नि0रोड़ व छोटेलाल मिश्र, थाना बागवाला के प्रा0पा0 करतला व प्रा0पा0 भटमई, थाना मारहरा के मारहरा पब्लिक स्कूल व प्रा0वि0 मोहनसती नगर पालिका मारहरा, थाना मिरहची के प्रा0पा0 गढिया व रा0इ0 कालेज जिन्हैरा, थाना पिलुआ के एसआरएस इ0 कालेज बरई व श्री पूरन सिंह उ0मा0वि0 नरहौली, थाना सकीट के ज्ञानोदय इ0 कालेज मोहल्ला खरा सकीट व अमीर सिंह इ0 कालेज भगवन्तपुर, थााना मलावन के आर0के0एस0 इ0 कालेज मलावन व जनता हा0से0 स्कूल छछैना, थाना रिजोर के प्रा0पा0 मिश्री व प्रा0पा0 नगला बिके, थाना जलेसर के प्रेम पब्लिक स्कूल कस्बा जलेसर व वीरांगना अवन्तीबाई उ0मा0वि0 वीरनगर नारऊ, थाना अवागढ़ के प्रा0वि0 रूद्धपुर व प्रा0वि0 नगला लोधा, थाना निधौली कलाँ के प्रा0वि0 रसीदपुर मितौल व उ0वि0 पिपहरा, थाना सकरौली के ग्राम पंचायत कासिमपुर बहादुरपुर व एम0के0 इ0 कालेज पायदापुर, थाना अलीगंज के मुख्तयार सिंह डिग्री कालेज एटा रोड़ व बी0पी0 सिंह डिग्री कालेज, थाना जैथरा के प्रा0पा0 दतौली व प्रा0वि0 पिपहरा, थाना राजा का रामपुर के चम्पा देवी इ0 कालेज कस्बा राजा का रामपुर व एस0डी0 इ0 कालेज लुहारीखेड़ा, थाना नयागाँव के एम0एम0 खान मैमोरियल स्कूल सराय अगहत व संकट मोचन इ0 कालेज बनी, थाना जसरथपुर के नेत्रपाल सिंह शीला देवी इ0 कालेज तौसईया किसानन व प्रा0वि0 जटौराभान* में गोष्ठी आयोजित कर, महिलाओं एवं बालिकाओं, छात्र एवं छात्राओं तथा क्षेत्र के गणमान्य लोगों से संवाद स्थापित कर उनको जागरूक किया गया, साथ ही गोष्ठी में प्रतिभाग करने वाले लोगों से फीडबैक भी लिया गया।
अभियान के दौरान बताया गया है अक्सर पारिवारिक विवाद / पारस्परिक भूमि विवाद का यथोचित समाधान नहीं दिखने पर अपराधिक घटनाओं में महिला सम्बन्धी अपराधों को जोड़ने की प्रवृत्ति भी सामाजिक रूप से देखने को मिल रही है। संक्षेप में कई अन्य प्रकरणों में ऐसी घटनायें दर्ज करा दी जाती हैं, जिनको बाद महिला एवं बालिकाओं संबन्धी अपराधों की श्रेणी में परिवर्तित कर दिया जाता है। जबकि मूलतः यह पारिवारिक और भूमि विवाद संबन्धी होती है।
दूसरी ओर वास्तविक रूप से महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध जो अपराध होते हैं, उनमें दुष्कर्म, शीलभंग जैसे संगीन मामलों में प्रताड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं की मनोस्थिति काफी हद तक प्रभावित होती है और पीड़िता के जीवन में उस घटना का ट्रॉमा और भय सदैव के लिए बस जाता है। उक्त मानसिक आघात से उभरने के लिए पीड़िता को मनोवैज्ञानिक परामर्श की भी आवश्यकता होती है।
एक अन्य प्रकार का ट्रेंड जो सामने आ रहा है, उसमें नाबालिग बालिकाएं लव अफेयर, इलोपमेंट, लिव इन रिलेशनशिप जैसे सेनेरियो में फँस जाती हैं और किन्ही कारणों से उनको समझौता करना पड़ता है। कई बार बालिकायें अपनी सहमति से भी बिना सोचे समझे चली जाती है। साथ ही साथ बदनामी के भय से ऐसा संत्रास झेलना पड़ता है, जिसके कारण वह ऐसी स्थिति से निकलने में अपने आपको अक्षम महसूस करती है। परिवार में आपसी संवादहीनता और अभिभावकों से डर के कारण बालिकाए अपनी बात कह नहीं पाती है। इसके अतिरिक्त आज तकनीक के दुरूपयोग के चलते महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति साइबर बुलिंग के मामले भी सामने आ रहे है। इन सभी परिस्थितियों में सामाजिक जागरूकता, संवाद शिक्षा और परामर्श की बेहद आवश्यकता है ताकि महिलायें एवं बालिकायें इस प्रकार के षड़यंत्रों का शिकार न बने भावनाओं में बहकर अपना जीवन बर्बाद न करें, यदि उनके साथ किसी प्रकार का अपराध घटित होता है तो वह सच बोलने की हिम्मत रख पाये और विधिक कार्यवाही के साथ-साथ उनको परामर्श/सहयोग और पुनर्वास का मौका मिल सके।

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