Search
Close this search box.

महावीर जयंती धूमधाम संकल्प के साथ मनाई

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

रिपोर्ट: एके बिन्दुसार (चीफ एडिटर- BMF NEWS NETWORK)

भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव पर चतुर्विद संघ ने प्रभातफेरी निकाल कर दिया सत्य अहिंसा का संदेश

100 से ज्यादा तपस्वियों के चल रहे वर्षीतप व नवपद ओलिजी की आराधना

थांदला । इस अवसर्पिणी काल के अंतिम तीर्थंकर, जैन समाज के आराध्य अहिंसा के अवतार करुणा पुरुष श्रमण भगवान् महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक दिवस एवं जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. “अणु” सहित अनेक चरित्र आत्माओं की दीक्षा जयंती श्वेतांबर स्थानकवासी, मूर्तिपूजक, तेरापंथ एवं दिगम्बर जैन समाज ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई। स्थानीय महावीर भवन पर सुशीला देवी प्रफुल्ल कुमार पोरवाल परिवार द्वारा सकल जैन समाज की प्रातः नवकारसी का आयोजन रखा गया वही वर्षीतप आराधकों के पारणें का लाभ सुनील कुमार राजेन्द्र कुमार कटारिया परिवार ने लिया। उसके बाद स्थानीय आजद चौक से भगवान महावीर स्वामी के जयकारों के साथ उनके सत्य, अहिंसा, जियो और जीने दो के संदेशों के जय घोष के साथ प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें श्वेत परिधानों में पुरुषवर्ग व केसरिया परिधानों में महिला वर्ग नजर आई वही हाथों में जिन शासन का पंचरंगी झंडा लहराते बच्चों का उत्साह भी अलग ही नजर आया। प्रभात फेरी नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई सभी जैन मंदिरों के दर्शन करते हुए पौषध भवन पर विराजित पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. आदि ठाणा – 4 के सानिध्य में गुणानुवाद सभा के रूप में परिवर्तित हो गई। जहाँ विराजित महासती पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. ने उपस्थित परिषद को सम्बोधित करते हुए आज के दिन को भक्ति व शक्ति का दिन बताते हुए वीर प्रभु के प्रेरणादायी जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान काल के परिषह विजयी गुरुभगवंतों के प्रभु मार्ग पर चलने के साहसिक कदम को जिन शासन की प्रभावना बताई। आज पूज्या दीप्तिश्रीजी का भी दीक्षा दिवस होने से उनके भी आराधना मय जीवन की बधाई प्रेषित की।

पूज्या श्री प्रियशीलाजी म.सा. ने भी वीर प्रभु व गुरुदेव के गुणानुमोदन में कहा कि प्रभु की सहनशीलता सबके लिए प्रेरणादायी है कि हम भी अपने जीवन में सहनशील बने जो सुखद भविष्य का निर्माण करती है। गुरुदेव ने भी जीवन में कठिन परिषह को सहन कर सब पर करुणा बरसाई है तभी आज जिन शासन उन जैसी महान आत्मा के आज भी गुणगान करते हुए उनके उपकारों को याद करता है। पूज्याश्री दीप्तीश्रीजी व अणु आराधना मण्डल ने स्तवन के माध्यम से भगवान के सिद्धांतों को अपनाने कर जीवन सफल बनाने की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर श्वेताम्बर स्थानकवासी श्री संघ के पूर्वाध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत ने सकल संघ को पावन प्रसंग की बधाई दी। इस अवसर पर मूर्तिपूजक श्रीसंघ अध्यक्ष कमलेश दायजी, दिगम्बर समाज अध्यक्ष अरुण कोठारी, तेरापंथ संघ अध्यक्ष अरविन्द रुनवाल, नवयुवक मण्डल अध्यक्ष रवि लोढ़ा सहित अन्यजनों ने भी भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक एवं गुरुदेव के दीक्षा जयंती की शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर
कंचन सामाजिक सेवा संस्थान संपूर्ण भारत भारतीय गोरक्षावाहिनी संगठन के पदाधिकारियों संस्था की राष्ट्रीय प्रमुख संचालक एडवोकेट कुमारी मयूरी धानक, समाज के वरिष्ठ राकेश गर्ग गोरक्षा प्रदेश महामंत्री अजा मोर्चे प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पार्षद राजू धानक रुपचंद गणावा आदि समाजजनों की गरिमामय उपस्थिति में ,
राजू धानक ने
महावीर जयंती के महापर्व पर अपने मित्रों,परिवार जन व देश वासियों को बधाई शुभकामनाएं देते हुए, अहिंसा परमो धर्म अहिंसा न करने प्रत्येक जीव जन्तु पर दया करना अभी गर्मी के समय पर पशु पक्षी के लिए पानी चारा की सेवा देकर अपने आप को धर्म लाभ लेने के साथ भगवान महावीर के संदेश को घर घर पहुंचाने का संकल्प लिया, व धर्म सभा में श्रीसंघ द्वारा धर्म प्रभावना वितरित की गई। सभा का संचालन सचिव प्रदीप गादिया ने किया।

भगावन जन्मकल्याणक व गुरुदेव दीक्षा प्रसंग तपस्वियों की चौवीसी सहित विविध आयोजन

जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर ने बताया कि प्रभु महावीर जन्म कल्याणक व गुरुदेव की दीक्षा जयंती पर यहाँ संघ में चल रहे करीब 73 वर्षीतप आराधकों के साथ 41 नवपद आयम्बिल, निवि आराधकों के लिए श्रीसंघ द्वारा स्थानीय मेट्रों परिसर में गोट सहित चौवीसी का आयोजन किया जहाँ जैन शोशल ग्रुप ने झूठा नही छोड़ने व थाली धोकर उसका पानी पीने वालें बंधुओं के लिए प्रभावना दी गई। सकल जैन सदस्यों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर वीर प्रभु के जन्म कल्याणक महोत्सव व जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. की दीक्षा जतन्ति पर आयोजित सभी कार्यकर्मों में 100 प्रतिशत भागीदारी की गई। दिगम्बर समाज ने दोपहर में एक बार फिर भगवान की पालकी निकालकर एक दूसरे को सबको बधाई दी।

Leave a Comment

और पढ़ें