रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा
- अधिवक्ता द्वारा नो एंट्री व यातायात व्यवस्था सही न होने पर दायर केस मे यातायात निरिक्षण सुलह वार्ता के लिये उपस्थिति!
मैनपुरी। शहर की यातायात व्यवस्था, नो एंट्री जोन पुलिस अधीक्षक मैनपुरी घोषित करने के बाद भी ई-रिक्शा,चार पहिया वाहन जाने से शहर में लगते जाम से परेशान जिला एवं सत्र न्यायालय के अधिवक्ता देवेंद्र सिंह कटारिया द्वारा 8 अगस्त 2024 को जिला न्यायालय के स्थाई लोक अदालत में पुलिस अधीक्षक मैनपुरी तथा अपर पुलिस महानिदेशक आगरा बिरुद्ध केस दर्ज किया था अधिवक्ता देवेंद्र सिंह कटारिया द्वारा यह कहकर न्यायालय में शिकायत की थी कि शहर मैनपुरी में पुलिस अधीक्षक के आदेश अनुसार क्रिश्चियन तिराहे से शहर के लिए सुबह 900 बजे से रात के 8:00 तक ई रिक्शा,ऑटो,चार पहिया वाहन का प्रवेश निषेध किया गया है और यदि इसमें कोई वहां जाता है तो उसके विरुद्ध ₹5000 का जुर्माना है क्रिश्चियन तिराहे पर ट्रैफिक की पुलिस, होमगार्ड तथा पीआरडी जवान तैनात होने के बाद शहर के अंदर ई रिक्शा,ऑटो,चार पहिया वाहन पूरे दिन आना-जाना बना रहता है जिसके कारण से शहर में जाम की स्थिति बनी रहती जिससे आम जनमानस को काफी समस्या को सामना करना पड़ता वाहन सी ओ अधिकारी सदर के सामने वाली गली से ई रिक्शा एवं चार पहिया वाहन शहर के अंदर घुस जाते हैं जो कि शहर की यातायात व्यवस्था को खराब कर देते हैं इसके अलावा अधिवक्ता कटारिया ने यह भी शिकायत दर्ज कराई कि ईशन नदी चौराहे पर हमेशा प्राइवेट बसें एवं रोडवेज बसें खड़ी हो जाती है ई-रिक्शा एवं ऑटो के कारण चौराहे पर खडे होने से लग जाता है जिसके कारण से कोई भी दुर्घटना हो सकती है शहर की यातायात व्यवस्था को ठीक करने हेतु केस किया गया जिसमें पुलिस महानिदेशक आगरा के द्वारा 20 अगस्त 2024 पुलिस अधीक्षक पत्र लिखा गया है कि शहर की यातायात व्यवस्था को सही किया जाए तथा न्यायालय में उपस्थित होकर जवाब दाखिल करें पुलिस अधीक्षक द्वारा यातायात निरीक्षक प्रदीप सेगर को उक्त केस मे जबाब दाखिल करने हेतु निर्देशित किया जिसके द्वारा उन्होंने न्यायालय में उपस्थित होकर जवाब दाखिल किया गया उन्होंने कहा कि ई रिक्शा वहां ऑटो चलाने के लिए एआरटीओ मैनपुरी द्वारा कोई रूट निर्धारित नहीं किया ऑटो ई रिक्शा मनचाही सड़कों पर अपने वाहन का संचालन करते हैं ईशन नदी पर जो बसें खड़ी होती है उनके लिए डिपो मैनेजर से पत्राचार किया गया है किंतु यातायात निरीक्षक ने ई-रिक्शा एवं ऑटो चार पहिया वाहन नो एंट्री मे न जाये कोई कार्यवही नहीं की गयी न सख्ती की गई और ना जाए इसके लिए कोई लिखित में आदेश नहीं किया! नो एंट्री जोन मे मकान होने के कारण वह अपने चार पहिया वाहन से आना-जाना बना रहता है उनके रोकना मुश्किल है स्थाई लोक अदालत के जज शाम कुमार शिकायतकर्ता अधिवक्ता देवेंद्र सिंह कटारिया,आकांक्षा दुबे एडवोकेट एवं यातायात नेचर प्रदीप सेंगर के साथ बैठकर यह वार्ता की गई की शहर की यातायात व्यवस्था को सही किया जाये यातायात निरीक्षक ने बताया कि छह उपनिरीक्षक यातायात के 24 होमगार्ड जवान 34 पीआरडी जवान शहर में तैनात किए गए हैं शहर में यातायात व्यवस्था सही करने एवं नो एंट्री जोन में शक्ति करने के लिए यातायात निरीक्षक पप्रदीप सेंगर ने आश्वासन दिया जिस पर अधिवक्ता सहमत हुये जिस पर अध्यक्ष शाम कुमार ने 11 दिसम्बर तारीख नियत की गई की वह बताये की इतने दिन मे यातायात पुलिस ने क्या व्यवस्था रखी!