रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा
- देखना यह है कि इस पर कोई कार्यवाही होगी या नहीं
- सीएचओ भर्ती कराना सीएमओ के हाथ नही तो सेंटर से सीएचओ को वहार का रास्ता दिखाया कैसे
- एक महिला ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी उमेश कुमार त्रिपाठी पर लगाए गंभीर आरोप बिडियो के माध्यम से यह तक वताया कि हमारे साथ योन शोषण तक करने का प्रयास किया गया
एटा- मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी पर हमेशा महिलाओं के उत्पीड़न आरोप लगाते रहे है, कुछ रासूख दारो की बात मानें तो सिलाजीत की रोटी का सेवन करते हैं, डॉ साहब जिनकी पावर शक्ति वेमिशाल है, डॉ साहब अमापुर थे,तब से एटा कासगंज में उनके लिए तितलियां महकती रहती है, फिलहाल बात करें तो सरकार सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) भर्ती अपने स्तर से कर रही है, तो सीएमओ को पूरा जिला देखना है,सीएचओ को डिप्टी सीएमओ कन्ट्रोलिंग है, तो साहब आप पर महिलाओं से मित्रता के चर्चे हर गली नूक्ड़ चौराहे आदि पर सुर्खियों में रहते हैं, कुछ तो शर्म करो साहब सिलाजीत की रोटी खाने बाले भी मिट्टी में मिल गए है, आखिरकार इस मिट्टी में मिलना है, तो हरी सब्जियां का सेवन करें,इस बिडियो के माध्यम से यह महिला अपना नाम वरखा वताती है ओर स्वास्थ्य विभाग मे अपने आप को सी एच ओ के पद पर कार्य रत होने की वात भी कह रही है ।
इस वीडियो से सीएमओ की काली करतूत का पूरा खुलासा आप के सामने आजायेगा एटा सी०एम०ओ बहुत ही दूध के धुले वनते है।सीएचओ भर्ती कराना सीएमओ के हाथ नही तो सेंटर से सीएचओ को वहार का रास्ता कैसे दिखाया जा रहा है,देश संविधान से चलता है,न कि अपनी अईयासी पूरी करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के सेंटर पर ताला जड़वा दो, महिला ने आजाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद चन्द्र शेखर से अपनी आपबीती पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया नेटवर्क का रास्ता चुना है,अब महिला के पास जान देने के रास्ते के अलावा कुछ नही बचा है।