यूपी में राशन कार्ड को लेकर आ गई बड़ी खबर, निरस्त होंगे इतने हजार लोगों के कार्ड; शासन ने आदेश किए जारी
रिपोर्ट :- दिलीप सिंह राणा
फिलहाल शासन से जिन आयकर दाताओं की रिपोर्ट जिला पूर्ति कार्यालय को मिली है उसमें दोनों शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के आय करदाता शामिल हैं। डीएसओ अंजनी सिंह का कहना है कि शासन से रिपोर्ट आई है जिसकी जांच ग्राम स्तर पर लेखपाल और ग्राम पंचायत अधिकारी से कराई जाएगी। सत्यापन रिपोर्ट मिलने के बाद सक्षम लोगों का राशनकार्ड काटकर जरूरतमंदों के बनाए जाएंगे आयकर दाता हैं, लेकिन सरकारी गल्ले की दुकान से हर माह राशन ले रहे हैं। शासन की पड़ताल में खीरी जिले में पात्र गृहस्थी के 5024 ऐसे राशन कार्डधारक मिले हैं, जो आयकर दाता होते हुए भी हर महीने प्रति यूनिट पांच किलोग्राम गेहूं व चावल ले रहे हैं। इनमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र दोनों जगहों के कार्डधारक हैं।शासन ने भेजी है सूची
ग्रामीण क्षेत्रों में तो करीब 20 हजार ऐसे कार्डधारक हैं, जो अपने खेतों में उत्पादित गेहूं सरकार को बेचते हैं, लेकिन कोटे की दुकान से वह राशन भी ले रहे हैं। शासन ने जिला पूर्ति अधिकारी अंजनी कुमार सिंह को आयकर दाताओं की सूची भेजी है।
उन्होंने बताया कि जिन लोगों के पास पांच एकड़ या उससे अधिक जमीन है और उनके राशनकार्ड बने हैं तो लेखपाल और ग्राम पंचायत अधिकारी से जांच कराकर नाम काटा जाएगा और जरूरतमंदों के राशनकार्ड बनाए जाएंगे। आयकर भरने वाले कार्ड धारकों की जांच पूर्ति निरीक्षकों को सौंपी गई है।