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भारतीय मीडिया फाउंडेशन द्वारा पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न मामले के निस्तारण के लिए एवं पीड़ित पत्रकारों को न्याय दिलाने के लिए इन्वेस्टिगेशन टास्क फोर्स “आई टी एफ का किया जाएगा गठन

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रिपोर्ट: एके बिन्दुसार (चीफ एडिटर -BMF NEWS NETWORK)

  • भारतीय मीडिया फाउंडेशन द्वारा पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न मामले के निस्तारण के लिए एवं पीड़ित पत्रकारों को न्याय दिलाने के लिए इन्वेस्टिगेशन टास्क फोर्स “आई टी एफ ” (Investigation Task Force) का गठन करने का लिया गया निर्णय एवं इसी नाम से x.com पर एक ऑफिशल एकाउंट भी संचालित किया जाएगा
  • (नोट -किसी भी प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा किसी भी पत्रकार एवं सोशल/मीडिया संस्थान से जुड़े हुए सदस्य भी शामिल किए जाएंगे)

नई दिल्ली। देश में पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के ऊपर बढ़ते हुए उत्पीड़न को देखते हुए उन्हें न्याय दिलाने एवं उनके उत्पीड़न को रोकने और पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के हर छोटे-बड़े प्रकरण के संदर्भ में राज्य एवं केंद्र सरकार को सूचित करने एवं पीड़ित पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं के अधिकारों की आवास को बुलंद करने के लिए भारतीय मीडिया फाउंडेशन इन्वेस्टिगेशन टास्क फोर्स गठन करने का निर्णय लिया हैं।
उन्होंने बताया कि इन्वेस्टिगेशन टास्क फोर्स ( ITF ) एक इकाई या गठन है जिसे किसी एकल परिभाषित कार्य या गतिविधि पर काम करने के लिए स्थापित किया जाता है।
इसी कड़ी में भारतीय मीडिया फाउंडेशन आईटीएफ का गठन करने का निर्णय लिया है जिस टीम मे जांच के लिए बुद्धिजीवी वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा जिसमें संगठन की बाध्यता नहीं होगी अच्छे छवि के पत्रकारों को इसमें शामिल किया जाएगा और इसकी विधि पूर्वक सूचना केंद्र एवं राज्य सरकार को राज्य के पुलिस महानिदेशक एवं जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान, पुलिस कमिश्नर के साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, केंद्रीय सतर्कता को विधि पूर्वक जारी पत्र के द्वारा टीम की सूची बनाकर प्रेषित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आईटीएफ का मुख्य कार्य पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के मामले में कार्य करना हैं।
उन्होंने बताया कि आईटीएफ में शामिल सभी को आई कार्ड उपलब्ध कराई जाएंगी ।
श्री बिंदुसार ने बताया कि केंद्रीय स्तर पर 25 लोगों की एक यूनिट होगी।
राज्य लेवल पर 25 लोगों की एक यूनिट होगी एवं देश के बड़े राज्यों में 4 जोन बनाए जाएंगे छोटे राज्यों में 2 जोन बनाए जाएंगे जिसमें 25-25 सदस्यों की एक यूनिट बनाई जाएंगी।
केंद्रीय यूनिट में एक मुख्य सचेतक एवं दो सचेतक नियुक्त किए जाएंगे।
यही प्रक्रिया राज्य यूनिट में भी लागू होगी।
मुख्य सचेतक एवं सचेतक क्यों नियुक्त किए जाते हैं इस संदर्भ में थोड़ा सा जानकारी आपको देना चाहेंगे
किसी मीडिया संगठन या सामाजिक संगठन या राजनैतिक दल में सचेतक (ह्विप) वह व्यक्ति होता है जो उस टीम में अनुशासन बनाये रखने के लिये उत्तरदायी होता है। इसे संविधान में परिभाषित नहीं किया गया है लेकिन आमतौर पर कोई भी मीडिया संगठन व सामाजिक संगठन एवं राजनीतिक दल के संचालन दस्तावेज में ही मुख्य सचेतक एवं सचेतक चुनने का का प्रावधान है। यह मुख्य सचेतक एवं सचेतक आमतौर पर टीम में शामिल सदस्यों में से ही चुना जाता है जो संगठन के उद्देश्यों एवं कार्यक्रमों को सुचारू से संचालित करते हैं जिन्हें उप समिति का भी दर्जा दिया जाता है।
श्री बिंदुसार ने बताया कि 1 अगस्त से चयन प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।

* *केंद्रीय कार्यालय*

– H3 ब्लॉक, 39C, लास्ट फ्लोर, बंगाली कॉलोनी महावीर एंक्लेव नई दिल्ली- 110045
*Helpline-7275850466,*

8176850466,9721212162,9792049718,8130919442,
Gmail– bmf3597@gmail.com, bmfdelhi200@gmail.com

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