रिपोर्ट – करन छौंकर
- एके बिंदुसार ने लगाया आरोप शहीद पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड राजनीति की चढ़ी भेंट
- पूरे देश में एक साथ जिला अधिकारी के माध्यम से ज्ञापन पत्र देने का भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने किया ऐलान
- रिपोर्ट – करन छौंकर केंद्रीय अध्यक्ष केंद्रीय पॉलिसी मेकिंग सुप्रीम कमेटी।
नई दिल्ली। भारतीय मीडिया फाउंडेशन की ओर से जारी बयान में वक्ताओं ने कहां हैं पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई के कातिल कि अभी तक नहीं हुई गिरफ्तारी सीतापुर पुलिस की पकड़़ से दूर है कातिल, पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा जिले के लोगों में आक्रोश
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने कहा कि सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड को लेकर अभी सिर्फ एक दूसरे से पूछताछ की जा रही है लेकिन पुलिस कातिल तक पहुंचने में नाकाम साबित हुई है ऐसे में पूरे प्रदेश के पुलिस को लगा देना चाहिए ।
बिंदुसार ने बताया कि पत्रकार संगठन एवं पत्रकारों का हुजूम सड़कों पर उतर चुका है लगातार कलेक्ट्रेट पर पत्रकारों और अन्य लोगों ने प्रदर्शन भी कर रहे हैं, साथ ही मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर मुआवजा और मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की है.
उन्होंने कहा कि मामले में एक तहसील स्तर के अधिकारी सहित कुल 7 लोगों से पूछताछ की गई है. हालांकि, अधिकारी को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है, जबकि बाकी लोगों को पुलिस ने रोक कर रखा है. इसके अलावा कुछ अन्य लोगों से भी शक के आधार पर पूछताछ की जा रही है।
शहीद पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की पत्नी के द्वारा जो एफ आई आर दर्ज कराया गया है उसमें कातिल का नाम नहीं दिया गया है इसलिए पुलिस अपराधी को पकड़ने में हीला हवाली कर रही है कहीं इसी का फायदा उठाकर अपराधी को बचाने में तो नहीं लगी है? यह बहुत बड़ा प्रश्न खड़ा हो रहा है।
श्री बिंदुसार ने कहा कि अगर जिले के सभी आला अधिकारियों का नार्को टेस्ट करा दिया जाए तो अपराधी अपने आप पकड़ में आ जाएंगे क्योंकि कहीं न कहीं राजनीति का हिस्सा यह हत्याकांड दिखाई दे रहा है।