रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा
एटा, 17 अगस्त, 2024:- सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं पूज्य निरंकारी राजपिता जी के पावन आशीर्वाद से संत निरंकारी मिशन द्वारा ब्रांच एटा में ‘मुक्ति पर्व’ समागम का आयोजन निधौली रोड स्थित अविनाशी सहाय आर्य विद्यालय में हुआ। इस संत समागम में जनपद एटा के अनेक स्थानों से निरंकारी श्रद्धालु भक्त उपस्थित हुए। समागम की अध्यक्षता निरंकारी प्रचारक संत ताराचन्द्र ने की जिसमें श्रद्धालु भक्तों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निरंकारी जगत में ‘मुक्ति पर्व’ का विशेष स्थान है। यह दिन जगत माता बुद्धवंती जी, बाबा अवतार सिंह जी, निरंकारी राजमाता कुलवंत कौर जी, सतगुरु माता सविन्दर हरदेव जी सहित अन्नय निरंकारी भक्त जिन्होंने मिशन के प्रचार प्रसार में स्वयं को समर्पित कर दिया उनकी पावन स्मृति में आयोजित किया जाता है।
प्रचारक महात्मा ने उदाहरण देते हुए समझाया कि जिस प्रकार एक बूंद सागर में मिलकर अपने अस्तित्व को मिटाकर सागर का ही रूप बन जाती हैं ठीक उसी प्रकार जब कोई मानव तत्वदर्शी संत की शरण में आकर इस परमपिता परमात्मा का साक्षात्कार प्राप्त करता है तब उसकी आत्मा भी परमात्मयी हो जाती है फिर वह मुक्ति की प्राप्ति का मार्ग सुलभ कर लेती है। *बाबा हरदेव सिंह जी के अमर वाक्य को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि – मुक्ति का हकदार वही है ज्ञान को जो जन जीता है, कहे हरदेव कि विष को तजकर नाम का अमृत पीता है।* ब्रह्मज्ञान मानव जीवन का वह रहस्य है जिसे प्राप्त करने के उपरांत जीवन की सभी संकीर्णताओं का अंत हो जाता है और वह मनुष्य जाति मज़हब, गरीब, अमीर जैसी नकारात्मक सोच से मुक्त होकर मानवता को अपनाते हुए मुक्ति का हकदार बन जाता है।
मीडिया सहायक
अमित कुमार