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मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में पत्रकारों के साथ पुलिसिया उत्पीड़न का कड़ा विरोध।

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रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा 

  • मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में पत्रकारों के साथ पुलिसिया उत्पीड़न का कड़ा विरोध।
  • पत्रकारों से अभद्रता मामले में भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने पत्रकारों के समर्थन का ऐलान किया– एके बिंदुसार संस्थापक भारतीय मीडिया फाउंडेशन।

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश टीकमगढ़ जिले में पुलिस द्वारा लगातार पत्रकारों से की जा रही अभद्रता एवं प्रताड़़ना को लेकर पत्रकारों में काफी आक्रोश है पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक रोहित केसवानी के नाम ज्ञापन दिया है। ज्ञापन के दौरान वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र अरजरिया व विष्णु श्रीवास्तव एबं अनुराग दीक्षित ने कहा कि कोतवाली सहित जिले के थानों में पुलिस द्वारा पत्रकारों से अभद्रता एबं प्रताड़ना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अगर कोई पत्रकार किसी खबर के लिए थाने में जाता है तो उनसे बोला जाता है कि तुम यहां क्या कर रहे हो, यहां से जाओ। पुलिस द्वारा पत्रकारों के साथ इस तरह अभद्रता व प्रताड़ना का व्यवहार किया जाना असहनीय है। पत्रकारों ने ज्ञापन के दौरान कुछ घटनाओं का भी जिक्र किया जिनमे पुलिस थाना प्रभारियों द्वारा पत्रकारों के साथ अभद्रता की गई।

पत्रकारों ने पुलिस प्रशासन से कहा कि अगर अब किसी पत्रकार के साथ अभद्रता या प्रताड़़ना का कोई मामला सामने आया तो एसपी ऑफिस के सामने तंबू लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। और अगर कोई पत्रकार किसी मामले में दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ बाकायदा कार्यवाही की जाए लेकिन मामले की निष्पक्ष जांच करने के बाद कार्यवाही हो। जांच के बाद अगर कोई पत्रकार दोषी पाया जाता है तो पत्रकार संगठनों को कार्यवाही से कोई आपत्ति नही होगी।
पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीड़न के मामले को भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने गंभीरता से लेते हुए पत्रकारों के अधिकार सम्मान सुरक्षा के सवाल पर टीकमगढ़ में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के केंद्रीय सलाहकार परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष बालकृष्ण तिवारी एवं संस्थापक एके बिंदुसार ने संयुक्त रूप से जारी बयान में कहां की देश का कोई भी राज्य हो जिला हो पत्रकार बंधुओ एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को डरने की आवश्यकता नहीं है बल्कि डटकर उत्पीड़न का विरोध करना हैं।
जारी बयान में उन्होंने कहा कि पुलिस चौकी या पुलिस थाना हो या सरकारी कोई भी दफ्तर हो अपने कमरे की नजर में रखें समाचार संकलन करना वीडियो बनाना यह सब पत्रकारों का संवैधानिक अधिकार हैं
अगर कोई भी सरकारी कर्मचारी पुलिसकर्मी आदि किसी भी पत्रकार का उत्पीड़न करते हैं तो न्यायालय में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएं।
जारी बयान में भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने कहां कि प्रत्येक जनपद मुख्यालय, तहसील मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय एवं थाना कार्यालयों पर मीडिया सेंटर हो एवं पत्रकारों को बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र अरजरिया, सूर्य प्रकाश गोस्वामी, अनुराग दीक्षित, जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु श्रीवास्तव, लतीफ अली, अनिल रावत, शैलेन्द्र द्घिवेदी, राजेश मिश्रा, सूर्य प्रकाश खरे, महेंद्र द्घिवेदी, दीपक अग्रवाल, समीर खान, सत्तार खान, सोबोध पाठक ,जमील खान,रवि ताम्रकार, विकास राय, खलील खान, चंदनराज उटमालिया, लोकेंद्र सिंह परमार, सुधीर पटेरिया, राजेश यादव, विकास राय, मोहसिन अहमद, सौरभ चतुर्वेदी, ऋ षि अवस्थी, रानू खान ,राजकुमार रैकवार, राजेन्द्र श्रीवास्तव, शालिम खान, नसीम अली सहित अनेको पत्रकार मौजूद रहे।

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