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अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) ने वज्रपात से बचाव हेतु एडवाइजरी की जारी।

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रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा

एटा। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) सत्यप्रकाश ने बताया है कि वज्रपात से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी की गई है, उन्होंने बताया है कि बिना तड़ित चालक के ऊॅची इमारते, संचार टावरों का भूमि पर अच्छी तरह विद्युत सम्पर्क स्थापित नहीं किया जाना, कच्चे मकान जिसमें धातु के कुछ भाग निकले हुये हो, बिना तड़ित चालक वाले सभी भवन, पेड़, तालाब/झील/पानी से भरे क्षेत्र वज्रपात जोखिम वाले क्षेत्र है तथा यह असुरक्षित है। उन्होने बताया है कि वज्रपात से पहले परिवार, समुदाय, बच्चो आदि के साथ वज्रपात और उसके प्रभाव पर चर्चा करें, स्थानीय मौसम पर नजर रखे और रेडियो/टीवी सुने, घर के पास लगे पेड़ों की छटाई करें, ऊॅची इमारतों पर तड़ित चालक यंत्र स्थापित करें, प्रशासन की ओर से जारी चेतावनी को नजरअंदाज न करें। उन्होने बिजली गिरने की सम्भावना होने पर बताया है कि बाहर जाने से बचे, 30-30 नियम को याद रखे-बिजली देखने के बाद 30 तक गिनना शुरू करें, यदि आपके 30 तक पहुॅचने से पहले गड़गड़ाहट सुनाई दे तो तत्काल घर के अन्दर जायें, गड़गड़ाहट की आखिरी आवाज के बाद कम से कम 30 मिनट के लिये बाहर गतिविधियों को स्थगित करे, जितना जल्दी हो सके उतनी जल्दी पक्की छत के नीचे शरण लें, बिजली चमकने/आंधी आने पर पेड़ के नीचे से हट जाये, बिजली चमकने के दौरान किसान कभी खुले मैदान या खेत में न खड़े हो, कोशिश करें कि किसी सुरक्षित पक्की छत के नीचे पहुॅच जाये, तालाब, नदी तट आदि जैसे जल निकायो से दूर रहें। यदि समूह में है तो दूर-दूर रहे, यदि आप खुली जगह में है तो अपने शरीर को उकड़ू कर एड़ियों को सटा कर कान बंद कर बैठ जायें, यदि आप किसी वाहन में सफर कर रहे है तो अपने वाहन में ही रहे, जिनके पास स्मार्ट मोबाइल है वे सभी मोबाइल के प्ले स्टोर से दामिनी एप डाउनलोड करे व उससे प्राप्त सूचनाओं का पालन करें और अपने आस-पास के लोगों तक पहुॅचाये। कम्प्यूटर, लैपटॉप, रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन, कूलर, एयर कंडीशनर व अन्य बिजली से चलने वाले उपकरणों को बंद कर दें। पानी सम्बन्धित गतिविधियों जैसे नहाना, बर्तन व कपड़े धोना, पानी भरना आदि को स्थगित कर दें क्योकि बिजली धातु के पाइप के माध्यम से प्रवाह कर सकती है। दरवाजे, खिड़कियॉ, धातु की बाल्टी और नल इत्यादि से दूर रहे। साइकिल, मोटरसाइकिल या कृषि वाहन इत्यादि बिजली को आकर्षित कर सकते है इसलिये इनसे उतर जाये अथवा दूर रहे। तूफान के दौरान अपने वाहन में तब तक बने रहे जब तक कि मदद न आ जाये या तूफान गुजर न जाये। उन्होने बताया है कि जब आसमान में घने बादल घिरे हो, वर्षा व वज्रपात होने की सम्भावना हो तो छत पर न जाये, यदि आप खुले में है तो जमीन पर कदापि न लेटे। बिजली, टेलीफोन या मोबाइल टावर के नजदीक न जाये और न ही उसका कोई सहारा लें। पेड़ के नीचे शरण न लें, पानी भरे खेतों में न जाये, लोहे की डंडी वाले छाते का प्रयोग न करें। तालाब, नदी, नहर या किसी भी जल निकाय में जानवरों को धोने या मछली पकड़ने न जाये, बिजली के उपकरणों का प्रयोग न करें, यदि आप खुले में बाहर है तो मोबाइल फोन का प्रयोग न करें, वाहन के अंदर किसी भी धातु से बने हिस्से को न छुये, गाड़ी की खिड़कियॉ ऊपर कर लें, पेड़ो और बिजली लाइनों व खम्भों के पास वाहन न खड़ा करें। उन्होने बताया है कि वज्रपात के बाद घर के अंदर तब तक रहें जब तक कि आसमान साफ न हो जाये, स्थानीय प्रशासन को क्षति और मृत्यु की जानकारी दें, अगर कोई व्यक्ति वज्रपात की चपेट में आ गया है तो तुरन्त 112 पर कॉल करें और यथाशीघ्र पीड़ित को अस्पताल ले जाये।

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