रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा
- चकबन्दी अधिकारी से शिकायत के बाबजूद जिम्मेदारियों से बच रहे अधिकारी
एटा। बलेसर तहसील क्षेत्र के गांव गोपालपुर के ग्रामीणों ने चकबंदी लेखपाल द्वारा की गई पैमाइश में धांधली होने का आरोप लगाया है। वर्तमान समय में न जाने क्यों अपनी जिम्मेदारियों से चकबन्दी अधिकारी बचने लगे हैं, कारण भले जो भी हों लेकिन चकबन्दी विभाग की इसी लचरता के चलते किसानों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चकबंदी दौरान घटना का खुलासा तो दूर किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिये न सिर्फ पीड़ितों को घुमा रहे हैं अधिकारी बल्कि अंतिम दौर में पैमाइश के नाम पर भी डाका डाल कर मनमानी की जा रही है। जिसका एक ताजा नमूना है राजस्व ग्राम गोपालपुर का जहाँ पीड़ित किसानों ने लेखपाल व कानूनगो पर लगाया पैमाइश में धांधली का आरोप ग्रामीणों द्वारा पूर्व में चकबंदी अधिकारी जलेसर को प्रार्थना पत्र सौंपकर गांव में दोबारा सही तरीके से चकों की पैमाइश कराये जाने की गुहार लगाई जा चुकी है। इसके बाबजूद चकबन्दी लेखपाल व कानूनगो एवं चपरासी बाल किशन जबरन धमकी देते हुए मनमानी तरीके से पैमाइश कर रहे हैं। ग्रामीणों ने एसडीएम जलेसर से सही तरीके से नियमानुसार पैमाइश कराये जाने की गुहार लगाई है। वहीं मीडिया के कैमरा देख बौखलाया चकबंदी चपरासी बालकिशन।तहसील क्षेत्र के गांव गोपालपुर निवासी दुलारी देवी, महाराज सिंह, अवधेश कुमार, मुरारीलाल, धर्मेन्द्र सिंह आदि अनेक किसानों ने बताया कि चकबंदी कानूनगो लेखपाल राजीव मुरलिया एवं चपरासी बालकिशन द्वारा की जा रही पैमाइश से गांव के किसान संतुष्ट नहीं हैं। किसानों का आरोप है कि लेखपाल और कानूनगो द्वारा बडे काश्तकारों से पैसा लेकर उनके चकों को बढ़ाकर पैमाइश की।