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विश्व संवाद केंद्र ने मनाई आदि संवादवाहक नारद जी की जयंती

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उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद से दीपक कुमार के साथ संवाददाता शांतिपाल की रिपोर्ट

विश्व संवाद केंद्र ने मनाई आदि संवादवाहक नारद जी की जयंती

मूल्यों पर आधारित हो पत्रकारिता-हर्षवर्धन त्रिपाठी

नारद जी की पत्रकारिता लोक विश्वमंगल, जन कल्याण के लिये

मुरादाबाद विश्व संवाद केंद्र ने नारद जयंती के शुभ अवसर पर व्हाइट हाउस में पत्रकार गोष्ठी का आयोजन किया गोष्ठी का विषय *”पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां”* पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता
दूरदर्शन न्यूज के वरिष्ठ सम्पादक अशोक श्रीवास्तव, मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि डा सुधीर मिड्ढा एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता आईएफटीएम विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर राजेश शुक्ला द्वारा की गई।

गोष्ठी का प्रारंभ करते हुए डॉ. विशेष गुप्ता द्वारा विषय प्रस्तुति की गई इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सृष्टि के प्रथम संवादवाहक के रूप में देवऋषि नारद जी का योगदान भुलाया नहीं जा सकता वे भारतीय संस्कृति के ध्वजवाहक हैं हम नारद जी का पत्रकार रूप देखें कि देवता, असुर, साधारण व्यक्ति तक जहां आवश्यकता होती थी वहां नारदजी उपस्थित होते थे वह शत्रु तथा मित्र दोनों में ही लोकप्रिय थे आनंद, भक्ति, विनम्रता, ज्ञान कौशल के कारण उन्हें देवऋषि की पदवी प्राप्त थी।

विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुधीर मिड्ढा ने कहा
“पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां” वास्तव में नारद जी के जीवन चरित्र से ही लिया गया है। पत्रकारिता में चुनौतियां उस समय भी थीं और आज भी हैं यह अलग बात है कि कुछ चुनौतियां समय के हिसाब से बदल गईं हैं।

इस अवसर पर विभाग प्रचार प्रमुख पवन जैन ने कहा पत्रकार को समाज के सजग प्रहरी के रूप में देखा जाता है, एक पत्रकार सामाजिक परिवर्तन के लिए जो त्याग करता है वह उसका वह त्याग ही समाज को गति प्रदान करता है। समाज के प्रत्येक वर्ग की आवाज पत्रकार होता है।

मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने अपने सारगर्भित संबोधन में कहा कि भारत की पत्रकारिता का भारतीयकरण किये जाने की महती आवश्यकता है। पत्रकार और पत्रकारिता के सामने पहले भी चुनौतिया थीं और आज भी हैं। आज के डिजिटल युग में पत्रकारिता के समक्ष कोई नई चुनौतिया नहीं आई हैं। बल्कि चुनौतियों का स्वरूप बदला है। सोशल मीडिया की फेक न्यूज बड़ी समस्या बन गई है अधूरी और गलत जानकारी लिए सोशल मीडिया ने आज हर आदमी को सिटीजन रिपोर्टर बना दिया है। जिस कारण मीडिया का स्वरूप बदलता जा रहा है। मौजूदा समय में सिद्धांतों के साथ-साथ तकनीकी के क्षेत्र में भी मीडिया को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि नारद जी लगातार भ्रमण करते थे। आज पत्रकारों को उनके इस गुण से सीखना चाहिए। पत्रकार अगर बैठ जाएगा, तो समाज से उसका संपर्क टूट जायेगा। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में विश्वसनीयता और प्रामाणिकता का संकट है। बड़े शहरों के मुकाबले छोटे शहरों में अधिक चुनौतियां हैं, छोटे पत्रकारों के पास कोई अधिकार नहीं हैं। पत्रकारिता के जनक नारद जी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कृष्ण जी ने महाराजा अग्रसेन को नारद जी के बारे में बताया कि नारद जी में प्रेम नहीं है, क्रोध नहीं है, चपलता नहीं है, किसी से कोई ईर्ष्या नहीं है, नारद जी अपनी प्रशंसा नहीं करते, नारद जी वेदों के ज्ञाता हैं, लोभ मोह आदि से दूर हैं, अर्थ की प्राप्ति से प्रसन्न नहीं होते, यही एक पत्रकार के गुण हैं।

मुख्य वक्ता अशोक श्रीवास्तव वरिष्ठ संपादक डीडी न्यूज ने अपने संबोधन में कहा की पत्रकार को बहुत सोच समझ करके बोलना पड़ेगा तीन दिन में दो यू ट्यूबर के खिलाफ कांग्रेस ने एफआईआर की है देश में एक इको सिस्टम काम कर रहा है दो लोगों के खिलाफ एफआईआर करने का मतलब यह है कि 200 लोग चुप होकर के बैठ जाएंगे यह पत्रकारों के समक्ष बड़ी चुनौती है।

कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर राजेश शुक्ला ने कहा कि की पत्रकार के सामने आर्थिक संकट बहुत अधिक है आज अभिभावक अपने बच्चों को डॉक्टर, वकील, इंजीनियर बनना चाहता है लेकिन पत्रकारिता में आर्थिक तंगी के कारण नहीं लाना चाहता नारद जी के जीवन से पत्रकार को हर समय कुछ ना कुछ ग्रहण करना ही चाहिए मीडिया को निष्पक्ष और सत्य का पक्ष प्रस्तुत करना चाहिये।
कार्यक्रम का संचालन राजीव ढल द्वारा किया गया।
महानगर प्रचार प्रमुख संजीव चौधरी ने आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम का समापन वन्देमातरम गायन के द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ओम प्रकाश शास्त्री, डॉक्टर विनीत गुप्ता, देवेश सिंह, प्रशांत मिश्रा, राजेश तोमर, हरिमोहन गुप्ता, स्पर्श गुप्ता, कुलदीप वर्मा, प्रमोद कुमार, राकेश मिश्रा, प्रदीप रस्तोगी, सचिन कुमार, प्रतीक गौतम, डा० मुदित सिंघल साहित्य अनेक कार्यकर्ता एवं महानगर के सभी सभी प्रतिष्ठित समाचार पत्रों के प्रतिनिधि, प्रमुख चैनलों के प्रतिनिधि, पोर्टल, पत्रिकाओं के प्रतिनिधि, साहित्यकार एवं सोशल मीडिया से जुड़े सभी आधुनिक विधाओं के इनफ्लूएंसर उपस्थित थे।

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