रिपोर्ट: निशा कांत शर्मा (एटा)
- ईसन नदी को पुनर्जीवित कराने से जीव जंतु पशुओं सहित किसानों को लाभ मिलेगा
एटा, अखिल भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले गांव दूल्हापुर में विश्व पर्यावरण दिवस के पावन अवसर पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश दिया उपस्थित किसानों ने जागरूकता कार्यक्रम चलाते हुए लोगों को बताया कि पर्यावरण की दृष्टि से वृक्ष मानव जाति सहित जीव जंतुओं के लिए बहुत आवश्यक है साथ ही अवगत कराना है कि अगर नदी नाले तालाब आने वाले समय में नहीं होंगे तो आने वाली पीढ़ियों का जीवन भारी संकट में होगा ना पीने के लिए पानी होगा ना लोगों के लिए जीवन जीने के लिए सांस रूपी हवा होगी और वर्तमान में पड़ी भीषण गर्मी से निजात पाने का भी कोई इलाज नहीं होगा मुट्ठी भर लोग ऐसी चलाकरके अपने आप को यह समझते हैं कि हम तो बहुत ही शीतल स्थान पर आ गए हैं हमारे घर में ऐसी है गाड़ी में ऐसी है हमें पर्यावरण आदि सामाजिक चीजों से कोई लेना-देना नहीं है आने वाले समय में स्थितियां इतनी भयंकर होगी जैसा कि हम लोगों पिछले सप्ताह लगभग 50 डिग्री सेल्सियस तक तापमान यहां भी देखा है वहीं गाड़ियों और मकान के एशियों ने काम नहीं किया तमाम बिल्डिंग में लगी हुई एशियो में आग लगने की वजह से बहुत बड़ी मात्रा में जनहानि भी इस देश ने देखी है कहीं ना कहीं इसका जो सही इलाज है वह फलदार एवं छायादार वृक्ष ही है और वृक्ष ऑक्सीजन के साथ-साथ हम लोगों के भोजन के रूप में फल एवं बैठने के लिए शीतल छाया देने का काम करते हैं निश्चित रूप से हमारे जीवन में वृक्ष नदी नाले तालाब की महत्ता अत्यधिक है इसलिए आवश्यकता है कि हम सब मिलकर इन सब का संरक्षण करने का काम करें और अतिशीघ्र अखिल भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता / पदाधिकारी ईसन नदी को पुनर्जीवित करने के लिए जो पिछले डेढ़ दशक से आंदोलन चला रहे हैं अव इस मुद्दे को प्रमुख रूप से उठाया जाएगा और आने वाले समय में इस समस्या से निजात दिलाकर ईशन नदी पुनर्जीवित कर उसके किनारे पढ़ने वाले हजारों गांवों के करोड़ों जीव जंतुओं पशु पक्षियों और मानव जाति के किसान मजदूरों को लाभान्वित करने का काम करेंगे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से :- राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ राजपाल सिंह वर्मा, राजेश कुमार शर्मा, सत्यपाल सिंह जाटव, वीरेंद्र सिंह, भूप सिंह सहित आदि लोग उपस्थित रहे।