निशा कांत शर्मा की कलम से
क्या इंडिया गठबंधन पर भारी पड़ेगा महाराणा प्रताप जी का अपमान ?
घास की रोटी खाकर अंग्रेजों से मेवाड़ की रक्षा के लिए लड़ने वाले वीर प्रतापी महाराणा प्रताप जी की मैनपुरी में स्थापित प्रतिमा पर चढ़ कर कुछ सपा के शरारती तत्वों द्वारा जो घृणित कार्य किया गया,उससे पूरे भारत में उनके अपमान से देश जनता को बहुत ही बड़ा आघात लगा है।बताते चले मैनपुरी में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी श्रीमती डिम्पल यादव जो कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी हैं,के चुनाव प्रचार के लिए अखिलेश यादव की उपस्थिति में एक रोड शो निकाला गया था।रोड शो पूरे लावलश्कर के साथ डिम्पल यादव के समर्थन में नारेबाजी करते हुए चल रहा था।इसी बीच कुछ शरारती सपा समर्थक युवा चौराहे पर लगी वीर प्रतापी महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा पर सपा का झंडा लेकर चढ़ गए और उन्होंने उनकी प्रतिमा को क्षति पहुंचाने के साथ साथ उनकी प्रतिमा पर सपा का झण्डा लगा दिया। इस घटना की खबर आग की तरह फैल गई।समाजवादी पार्टी के ये युवक शायद यह भूल गए कि जिन्होंने अपने वतन की रक्षा हेतु अंग्रेजों से युद्व कर अपने प्राणों की आहुति दे दी थी,शायद वे ये भी भूल गए गए कि इन्हीं जैसे देशभक्तों के द्वारा दिए गए बलिदान की बजह से आज हम सभी आजादी के नशे में चूर हैं, ऐसे बलिदानी सपूतों के अपमान पर पूरे देश में महाराणा प्रताप जी के अपमान के संदेश ने सभी भारतीयों को झकझोर कर रख दिया। *कहावत है कि विनाश काले विपरीत बुद्धि* यही इंडिया गठबंधन के साथ होता प्रतीत हो रहा है।वीर प्रतापी महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा का मैनपुरी मे हुए अपमान से देश की जनता बहुत क्षुब्ध है।ऐसा प्रतीत होता है, कि सपा के शरारती तत्वों द्वारा महाराणा प्रताप जी के साथ किए गए अपमान का बदला लोकसभा चुनाव में जनता अवश्य देगी।जिसको इंडिया गठबंधन को भुगतना पड़ेगा।