सिंदरी में गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश उत्सव मनाया गया ।

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NEWS BMF के लिए झारखंड धनबाद से कैमरा मैन राज कुमार शर्मा के साथ ब्यूरो चीफ प्रेम प्रकाश शर्मा की रिपोर्ट।

सिंदरी ,धनबाद। रविवार को सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व सिंदरी गुरुद्वारा साहिब में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया । गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी को भव्य रूप से सजाया गया था। बड़ी संख्या में सभी धर्मों के श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा साहब पहुंचकर गुरु ग्रंथ साहिब के सामने माथा टेका और प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7:00 बजे सहज पाठ का समापन हुआ। 8:00 सरदार मंजीत सिंह उप्पल की तरफ से निशांन साहब की चोले के बदलने सेवा की गई। 11:00 से 12 बजे स्थानीय जत्था निशु कौर, प्रीति कौर और रीत कौर द्वारा एवं 12:00 से 1:30 बजे तक धनबाद से पधारे हरजस कीर्तनों जत्था (दलजीत सिंह, नरेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, जसवंत सिंह, जसविंदर सिंह, संदीप सिंह) द्वारा शब्द कीर्तन प्रस्तुत किया गया। सिंदरी गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथी ( पुजारी) बलवीर सिंह द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष सबों की भलाई के लिए अरदास की गई और गुरु ग्रंथ साहिब का उपदेश पढ़ कर सुनाया। उपरांत सभी श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठकर गुरु का लंगर ग्रहण किया।
गुरु गोविंद सिंह जी का संक्षिप्त इतिहास
गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म 22 दिसंबर 1666 को पटना बिहार में हुआ था। वे एक महान दार्शनिक, प्रख्यात कवि, निडर एवं निर्भीक योद्धा, युद्ध कौशल ,महान लेखक और संगीत के पारखी भी थे। वे नौवें गुरु गुरु तेग बहादुर और माता गुजरी के इकलौते बेटे थे ,जिनका बचपन का नाम गोविंद राय था।
मौके में गुरुद्वारा प्रधान डॉक्टर स्मृति नागी, सुरेंद्र पाल सिंह, प्रेम सिंह, लखजीत सिंह ,ओंकार सिंह, कुलबीर सिंह ,हरेंद्र सिंह ,जगदेव सिंह, नरेंद्र सिंह ,हरपाल सिंह ,जगदीश्वर सिंह, गुरचरण सिंह, इंद्रजीत सिंह, सतविंदर सिंह, योगेंद्र सिंह, जसपाल कौर ,मनजीत कौर ,हिना कौर ,रूपिंदर कौर,रानी कौर, सुरेंद्र कौर, हरभजन कौर, गुरप्रीत कौर, देवेंद्र कौर, कुलवंत कौर, हरजीत कौर, दविंदर कौर इत्यादि कई लोग उपस्थित थे।

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