प्रदूषण नियंत्रण के प्रति उदासीनता, मैहर से भदनपुर तक बढ़ता स्वास्थ्य संकट।
रिपोर्ट – बाल कृष्ण तिवारी।
म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय सतना के कनिष्ठ वैज्ञानिकों को जनता ने चुनौती दी है कि वे मैहर से भदनपुर तक मोटरसाइकिल पर यात्रा कर वास्तविक प्रदूषण का आकलन करें। क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि सरला नगर और भदनपुर में अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट से उत्पन्न प्रदूषण ने लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाला है।
सवाल उठाया गया है कि क्या ये प्रदूषण उद्योग से होता है या केवल सड़कों की उड़ती धूल से?स्थानीय निवासियों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मांग की है कि प्लांट के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) डेटा को ऑनलाइन जनता के लिए उपलब्ध कराया जाए, जिससे लोग वास्तविक स्थिति को समझ सकें।
उन्होंने जिला कलेक्टर से अनुरोध किया है कि यदि उन्हें जनता की सेहत की परवाह है, तो प्रदूषण विभाग के कनिष्ठ वैज्ञानिक जी०के० बैंगा को महीने में एक बार अचानक निरीक्षण के लिए भेजा जाए,जिसकी जानकारी जी०के बैंगा जी को भी न रहे ।स्थानीय लोगों का आरोप है कि उद्योग और अधिकारियों की लापरवाही से प्रदूषण की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है, जिसका सीधा असर आमजन के स्वास्थ्य पर पड़ेगा।